Bhagwan Ki Vani
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मंगलवार, 26 नवंबर 2013
कर्मो की पवित्रता चाहिए, शरीर की पवित्रता नहीं !
1 टिप्पणी :
Unknown
26 नवंबर 2013 को 11:03 am बजे
मैं अशुद्ध जीवन में नहीं रहता, न ही अशुद्ध मन, मेरा मंदिर बन सकता है। -भगवान
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मैं अशुद्ध जीवन में नहीं रहता, न ही अशुद्ध मन, मेरा मंदिर बन सकता है। -भगवान
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